SHANIDEV JI ARTI IN ALL LANGUAGES

ARTI IN ASSAMESE

|| ঈশ্বৰশনিৰআৰতি ||

 

জয়জয়শ্ৰীদেৱশনি

ভকতানহিতকাৰী।

 

সূৰ্য্যৰল’ৰাপ্ৰভু

ছায়ামাহৰী||

 

জয়জয়শ্ৰীদেৱশনিভকতানহিতকাৰী।

 

বগাঅঙ্গবক্ৰ

এটাচতুৰ্ভুজষ্ট্ৰাইপ।

 

নীলম্বৰধৰনাথ

গজৰআস্বৰী।

 

জয়জয়শ্ৰীদেৱশনিভকতানহিতকাৰী।

 

ক্ৰেটতিয়াৰাচিছাসাহাজা

দিপতিহৈছেলীলাৰী।

 

ফ্ৰীণৰসামগ্ৰীকণ্ঠ

গ্ৰেছডবালিহাৰী||

 

 

জয়জয়শ্ৰীদেৱশনিভকতানহিতকাৰী।

 

মোদকআৰুমিঠাইবগাইগ’ল,

পেনএৰেকানাটআৰোহণকৰে।

 

লোহা, তেলে, তেল, উৰাড

মহিলাগৰাকীঅতিমিঠা।

 

জয়জয়শ্ৰীদেৱশনিভকতানহিতকাৰী।

 

দেৱদাণুজঋষিমুনি

এগৰাকীমহিলাপুৰুষ।

 

বিশ্বনাথধৰতধ্যানহাম

আপোনাৰআশ্ৰয়নেকি।

 

জয়জয়শ্ৰীদেৱশনিভকতানহিতকাৰী।

ARTI IN BENGALI

||শনিদেবেরআরতি ||

 

জয়জয়শ্রীশনিদেব

ভক্তউপকারী

 

সূর্যদেবতারপুত্র

ছায়ামাহাতারি||

 

জয়জয়শ্রীশনিদেবভক্তন

 

কালোঅঙ্গবিন্দুবক্ররেখাদেখা

চতুর্ভুজেরস্ট্রিপ

 

নীলাম্বরধরনাথ

গজাআসওয়ারি||

 

জয়জয়শ্রীশনিদেবভক্তন

 

স্বতঃস্ফূর্তভাবেমুকুটতৈরিকরাহয়েছে

লিলারিএকটিপ্রদীপ।

 

স্বাধীনতাআলিঙ্গন

শোভিতবলিহারী।

 

জয়জয়শ্রীশনিদেবভক্ত

 

মোদকওমিশনচড়ে,

আরোহীসুপারি।

 

আয়রন, তিল, তেল, উড়াদ

মহিষীখুবমিষ্টি।

 

জয়জয়শ্রীশনিদেব

 

দেবদানুজমুনি

সুমিরাতপুরুষমহিলা।

 

বিশ্বনাথধরতধ্যানহুঁ

আপনারআশ্রয়

 

জয়জয়শ্রীশনিদেবভক্ত

ARTI IN BODO

Bodo and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN DOGRI

Dogri and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN ENGLISH

॥ Shanidev Ki Aarti ॥

 

Jai Jai Shri Shanidev

Bhaktan Hitakari।

 

Suraj Ke Putra Prabhu

Chhaya Mahatari॥

 

Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitakari॥

 

Shyam Ang Vakra-Drishti

Chaturbhuja Dhaari।

 

Nilambar Dhaar Nath

Gaj Ki Asawari॥

 

Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitakari॥

 

Kreet Mukut Shish Sahaj

Dipat Hai Lilari।

 

Muktan Ki Maal Gale

Shobhit Balihari॥

 

Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitakari॥

 

Modak Aur Mishthan Chade,

Chadati Paan Supari।

 

Loha, Til, Tel, Udad

Mahishi Hai Ati Pyari॥

 

Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitakari॥

 

Dev Danuj Rishi Muni

Sumirat Nar Naari।

 

Vishvnath Dharat Dhyan Ham

Hai Sharan Tumhari॥

 

Jai Jai Shri Shanidev Bhaktan Hitakari॥

ARTI IN GUJRATI

||શનિદેવનીઆરતી ||

 

જયજયશ્રીશનિદેવ

ભક્તલાભદાયક

 

સૂર્યદેવનોપુત્ર

છાયામહાતારી||

 

જયજયશ્રીશનિદેવભક્ત

 

કાળાઅંગવળાંકજોવાનું

ચતુર્ભુજપટ્ટી.

 

નિલમ્બરધરનાથ

ગજાઅસવારી||

 

જયજયશ્રીશનિદેવભક્ત

 

 

સ્વયંભૂતાજતાજબનાવ્યો

લીલરીએકદીવોછે.

 

સ્વતંત્રતાઓનેઆલિંગનઆપો

શોભિતબલિહારી॥

 

જયજયશ્રીશનિદેવભક્ત

 

મોદકઅનેમિષ્ટનસવાર,

ચડતાસોપારી.

 

લોખંડ, તલ, તેલ, ખડક

મહિશીખૂબમીઠીછે.

 

જયજયશ્રીશનિદેવભક્ત

 

દેવદનુજiષિમુનિ

સુમિરતપુરુષસ્ત્રી.

 

વિશ્વનાથધરતધ્યાનહમ

તમારીઆશ્રય

 

જયજયશ્રીશનિદેવભક્ત

ARTI IN HINDI

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN KANNADA

||ಶನಿದೇವ್ಅವರಆರತಿ ||

 

ಜೈಜೈಶ್ರೀಶಾನಿದೇವ್

ಭಕ್ತನುಪ್ರಯೋಜನಕಾರಿ

 

ಸೂರ್ಯದೇವರಮಗ

ಾಯಾಮಹತಾರಿ||

 

ಜೈಜೈಶ್ರೀಶನಿದೇವ್ಭಕ್ತ

 

ಕಪ್ಪುಕಾಲುಕರ್ವ್ವೀಕ್ಷಣೆ

ಚತುರ್ಭುಜಪಟ್ಟೆ.

 

ನಿಲಾಂಬಾರ್ಧಾರ್ನಾಥ್

ಗಜಅಸ್ವರಿ||

 

ಜೈಜೈಶ್ರೀಶನಿದೇವ್ಭಕ್ತ

 

ಕಿರೀಟಕಿರೀಟವನ್ನುಸ್ವಯಂಪ್ರೇರಿತವಾಗಿರಚಿಸಲಾಗಿದೆ

ಲಿಲ್ಲರಿಒಂದುದೀಪ.

 

ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯಗಳನ್ನುಸ್ವೀಕರಿಸಿ

ಶೋಭಿತ್ಬಲಿಹಾರಿ

 

ಜೈಜೈಶ್ರೀಶನಿದೇವ್ಭಕ್ತ

 

ಮೊಡಾಕ್ಮತ್ತುಮಿಷ್ಟನ್ಹತ್ತಿದರು,

ಆರೋಹಣಬೆಟೆಲ್ಕಾಯಿ.

 

ಕಬ್ಬಿಣ, ಎಳ್ಳು, ಎಣ್ಣೆ, ಉರಾದ್

ಮಹಿಷಿತುಂಬಾಸಿಹಿ.

 

ಜೈಜೈಶ್ರೀಶನಿದೇವ್ಭಕ್ತ

 

ದೇವ್ದನುಜ್ರಿಷಿಮುನಿ

ಸುಮಿರಾತ್ಗಂಡುಹೆಣ್ಣು.

 

ವಿಶ್ವನಾಥ್ಧಾರತ್ಧ್ಯಾನ್ಹಮ್

ನಿಮ್ಮಆಶ್ರಯ

 

ಜೈಜೈಶ್ರೀಶನಿದೇವ್ಭಕ್ತ

ARTI IN KASHMIRI

Kashmiri and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN KONKANI

Konkani and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN MAITHILI

Maithili and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN MALAYALAM

||ശനിദേവിന്റെആരതി ||

 

ജയ്ജയ്ശ്രീഷാനിദേവ്

ഭക്തൻപ്രയോജനകരമാണ്

 

സൂര്യദേവന്റെപുത്രൻ

ചായമഹാതരി||

 

ജയ്ജയ്ശ്രീശാനിദേവ്ഭക്തൻ

 

കറുത്തഅവയവവളവ്കാഴ്ച

ചതുർഭുജവര.

 

നിലമ്പർധാർനാഥ്

ഗജാഅശ്വരി||

 

ജയ്ജയ്ശ്രീശാനിദേവ്ഭക്തൻ

 

കിരീടംസ്വയമേവസൃഷ്ടിച്ചു

ലില്ലാരിഒരുവിളക്കാണ്.

 

സ്വാതന്ത്ര്യങ്ങൾസ്വീകരിക്കുക

ശോഭിത്ബലിഹാരി

 

ജയ്ജയ്ശ്രീശാനിദേവ്ഭക്തൻ

 

മൊഡാക്കുംമിഷ്ടാനുംകയറി,

ആരോഹണബീറ്റൽനട്ട്.

 

ഇരുമ്പ്, എള്ള്, എണ്ണ, urad

മഹിഷിവളരെമധുരമാണ്.

 

ജയ്ജയ്ശ്രീശാനിദേവ്ഭക്തൻ

 

ദേവ്ദാനുജ്റിഷിമുനി

സുമിരത്ത്പുരുഷസ്ത്രീ.

 

വിശ്വനാഥ്ധരത്ധ്യാൻഹം

നിങ്ങളുടെഅഭയം

 

ജയ്ജയ്ശ്രീശാനിദേവ്ഭക്തൻ

ARTI IN MEITEI

Meitei and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN MARATHI

||शनिदेवाचीआरती ||

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तलाभदायक

 

सूर्यादेवाचापुत्र

छायामहातारी.

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्त

 

काळाहातवक्रपाहणे

चतुर्भुजपट्टी.

 

 

निलांबरधरनाथ

गाजाअसवारी||

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्त

 

उत्स्फूर्तपणेमुकुटमुकुटतयारकेला

लिलारीएकदिवाआहे.

 

स्वातंत्र्यांनामिठी

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्त

 

मोडकआणिमिश्तानचढले,

चढत्यासुपारी.

 

लोह, तीळ, तेल, उडीद

महिषीखूपगोडआहे.

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्त

 

देवदनुज .षिमुनि

सुमिरातनरमादी।

 

 

विश्वनाथधरतीध्यानहम

आपलाआश्रय

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्त

ARTI IN NEPALI

Nepali and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN ODIA

||ଶନିଦେବଙ୍କଆରତୀ||

 

ଜୟଜୟଶ୍ରୀଶାନିଦେବ |

ଭକ୍ତହିତକାରୀ |

 

ସୂର୍ଯ୍ୟଦେବତାଙ୍କରପୁତ୍ର |

ଛାୟାମହାତ୍ମା||

 

ଜୟଜୟଶ୍ରୀଶନିଦେବଭକ୍ତ

 

କଳାଅଙ୍ଗବକ୍ରଦୃଶ୍ୟ |

ଚତୁର୍ଭୁଜରେଖା |

 

ନୀଲମ୍ବରଧରନାଥ |

ଗଜାଅସୱାରୀ||

 

ଜୟଜୟଶ୍ରୀଶନିଦେବଭକ୍ତ

 

ସ୍ୱତପ୍ରବୃତ୍ତଭାବରେମୁକୁଟମୁକୁଟସୃଷ୍ଟି |

ଲିଲାରିଏକପ୍ରଦୀପ |

 

ସ୍ୱାଧୀନତାକୁଆଲିଙ୍ଗନକର |

ଶୋବିଟ୍ବାଲିହାରୀ।

 

ଜୟଜୟଶ୍ରୀଶନିଦେବଭକ୍ତ

 

ମୋଡାକ୍ଏବଂମିଶନ୍ବୋର୍ଡ,

ବୁଥିବାବାଦାମବାଦାମ |

 

ଲୁହା, ତେଲ, ତେଲ, ଉରାଦ |

ମହିଷୀବହୁତମିଠା |

 

ଜୟଜୟଶ୍ରୀଶନିଦେବଭକ୍ତ

 

ଦେବଦାନୁଜଷିମୁନି

ସୁମିରାଟପୁରୁଷମହିଳା |

 

ବିଶ୍ୱନାଥଧରତଧାନହମ୍

ତୁମରଆଶ୍ରୟ

 

ଜୟଜୟଶ୍ରୀଶନିଦେବଭକ୍ତ

ARTI IN PUNJABI

||ਸ਼ਨੀਦੇਵਦੀਆਰਤੀ ||

 

 

ਜੈਜੈਸ਼੍ਰੀਸ਼ਨੀਦੇਵ

ਭਗਤਲਾਭਕਾਰੀ

 

ਸੂਰਜਦੇਵਤਾਦਾਪੁੱਤਰ

ਛਾਇਆਮਹਾਤਾਰੀ||

 

ਜੈਜੈਸ਼੍ਰੀਸ਼ਨੀਦੇਵਭਗਤ

 

ਕਾਲਾਅੰਗਕਰਵਵੇਖਣਾ

ਚਤੁਰਭੁਜਪੱਟ.

 

ਨੀਲੰਬਰਧਾਰਨਾਥ

ਗਾਜਾਅਸਵਾਰੀ||

 

ਜੈਜੈਸ਼੍ਰੀਸ਼ਨੀਦੇਵਭਗਤ

 

ਤਾਜਤਾਜਸਵੈ-ਚਲਤਬਣਾਇਆ

ਲੀਲਾਰੀਇੱਕਦੀਵੇਹੈ.

 

ਸੁਤੰਤਰਤਾਨੂੰਗਲੇਲਗਾਓ

ਸ਼ੋਭਿਤਬਲਿਹਾਰੀ॥

 

ਜੈਜੈਸ਼੍ਰੀਸ਼ਨੀਦੇਵਭਗਤ

 

 

ਮੋਦਕਅਤੇਮਿਸ਼ਤਾਨਸਵਾਰਹੋਏ,

ਚੜ੍ਹਦੀਸੁਪਾਰੀ.

 

ਲੋਹਾ, ਤਿਲ, ਤੇਲ, ਉੜ

ਮਹੀਸ਼ੀਬਹੁਤਮਿੱਠੀਹੈ.

 

ਜੈਜੈਸ਼੍ਰੀਸ਼ਨੀਦੇਵਭਗਤ

 

ਦੇਵਦਾਨੁਜਰਿਸ਼ੀਮੁਨੀ

ਸੁਮਿਰਤਮਰਦਇਸਤ੍ਰੀ।

 

ਵਿਸ਼ਵਨਾਥਧਰਤਿਧਿਆਨਹਮ

ਤੁਹਾਡੀਪਨਾਹ

 

ਜੈਜੈਸ਼੍ਰੀਸ਼ਨੀਦੇਵਭਗਤ

ARTI IN SANSKRIT

Sanskrit and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN SANTALI

Santali and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN SINDHI

Sindhi and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Arti written in Awadhi dialect. 

 

॥शनिदेवकीआरती॥

 

जयजयश्रीशनिदेव

भक्तनहितकारी।

 

सूरजकेपुत्रप्रभु

छायामहतारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

श्यामअंगवक्र-दृ‍ष्टि

चतुर्भुजाधारी।

 

निलाम्बरधारनाथ

गजकीअसवारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

 

 

क्रीटमुकुटशीशसहज

दिपतहैलिलारी।

 

मुक्तनकीमालगले

शोभितबलिहारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

मोदकऔरमिष्ठानचढ़े,

चढ़तीपानसुपारी।

 

लोहा, तिल, तेल, उड़द

महिषीहैअतिप्यारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

 

देवदनुजऋषिमुनि

सुमिरतनरनारी।

 

विश्वनाथधरतध्यानहम

हैंशरणतुम्हारी॥

 

जयजयश्रीशनिदेवभक्तनहितकारी॥

ARTI IN TAMIL

||சனிதேவின்ஆர்த்தி ||

 

ஜெய்ஜெய்ஸ்ரீசனிதேவ்

பக்தர்நன்மைபயக்கும்

 

சூரியக்கடவுளின்மகன்

சாயமகாதரி||

 

ஜெய்ஜெய்ஸ்ரீசனிதேவ்பக்தர்

 

கருப்புமூட்டுவளைவுபார்வை

நாற்கரபட்டை.

 

நிலம்பர்தார்நாத்

கஜாஅஸ்வரி||

 

ஜெய்ஜெய்ஸ்ரீசனிதேவ்பக்தர்

 

கிரீடம்கிரீடம்தன்னிச்சையாகஉருவாக்கப்பட்டது

லில்லாரிஒருவிளக்கு.

 

சுதந்திரங்களைத்தழுவுங்கள்

ஷோபித்பாலிஹரி

 

ஜெய்ஜெய்ஸ்ரீசனிதேவ்பக்தர்

 

மொடக்மற்றும்மிஷ்டான்ஏறினர்,

ஏறுவரிசைவெற்றிலை.

 

இரும்பு, எள், எண்ணெய், உராட்

மஹிஷிமிகவும்இனிமையானவர்.

 

ஜெய்ஜெய்ஸ்ரீசனிதேவ்பக்தர்

 

 

தேவ்தனுஜ்ரிஷிமுனி

சுமிரத்ஆண்பெண்.

 

விஸ்வநாத்தாரத்தியான்ஹம்

உங்கள்அடைக்கலம்

 

ஜெய்ஜெய்ஸ்ரீசனிதேவ்பக்தர்

ARTI IN TELUGU

||శనిదేవ్యొక్కఆర్తి ||

 

జైజైశ్రీశానిదేవ్

భక్తుడులాభదాయకం

 

సూర్యభగవానునికుమారుడు

చయామహతారి||

 

జైజైశ్రీశనిదేవ్భక్తుడు

 

బ్లాక్లింబ్కర్వ్వీక్షణ

చతుర్భుజచార.

 

నీలంబర్ధార్నాథ్

గజఅశ్వరి||

 

జైజైశ్రీశనిదేవ్భక్తుడు

 

కిరీటంకిరీటాన్నిఆకస్మికంగాసృష్టించారు

లిల్లరిఒకదీపం.

 

స్వేచ్ఛనుస్వీకరించండి

శోభిత్బలిహరి

 

జైజైశ్రీశనిదేవ్భక్తుడు

 

మోడక్మరియుమిష్టన్ఎక్కారు,

ఆరోహణబెట్టుగింజ.

 

ఇనుము, నువ్వులు, నూనె, ఉరాద్

మహిషిచాలాతీపి.

 

జైజైశ్రీశనిదేవ్భక్తుడు

 

దేవ్దనుజ్రిషిముని

సుమిరత్మగఆడ.

 

విశ్వనాథ్ధరత్ధ్యాన్హమ్

మీఆశ్రయం

 

జైజైశ్రీశనిదేవ్భక్తుడు

ARTI IN URDU

||| | شنیدیوکیآرتی

 

جئےجئےشریشنیدیو

عقیدتمندفائدہمند

 

سورجدیوتاکابیٹا

چھایامہاتاری||

 

جئےجئےشریشیانیدیوعقیدتمند

 

سیاہاعضاءوکردیکھنےکے

چوکورپٹی

 

نیلمبردھارناتھ

گاجااشوری||

 

جئےجئےشریشیانیدیوعقیدتمند

 

ولیعہدبےساختہتخلیقکیا

لیلاریایکچراغہے۔

 

آزادیکوگلےلگائیں

شوبیتبلیہری۔

 

 

جئےجئےشریشیانیدیوعقیدتمند

 

مودکاورمشتانسوارہوئے،

بڑھتیہوئیسواری۔

 

آئرن،تل،تیل،اورڈ

مہشیبہتپیاریہے۔

 

جئےجئےشریشیانیدیوعقیدتمند

 

دیودانجرشیمنی

مردعورت۔

 

وشونااتھدھارتدھیانہم

آپکیپناہ

 

جئےجئےشریشیانیدیوعقیدتمند

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