MAHA LAKSHMI CHALISA IN ALL LANGUAGES

CHALISA IN ASSAMESE

॥দোহা॥

জয়জয়শ্ৰীমহালক্ষ্মী,

মইধ্যানকমাবপাৰো।

 

সিদ্ধহংজএমএমএমকিজয়ে,

বিশেষশিশুসেৱকজান।

 

॥চৌপাই॥

নমোমহালক্ষ্মীজয়মাতা।

তেৰোনামজগতজাজা।

 

আদিৰশক্তিভৱানী।

পূজাতসবনৰমুনিগীয়ানি|

 

জগতপালিনিসকলোসুখপাবলৈ।

বিশেষৰাজহুৱাস্বাৰ্থসংৰক্ষণভৰণী।

 

বগালোটাছপাৰ্টিততাভআচন।

মাকেপদ্মাসনকসুন্দৰকৰিআছে।

 

শ্বেতাম্বৰঅৰুশ্বেতাভূষণ।

বগাবগাসজ্জিতপুশপান।

 

 

চিশাছাতাটোঅতিঅতিবিশাল।

গালচহেমুকতাণৰমালা॥

 

ধুনীয়াছোহেকুংচিকেশ।

বিমলনয়নঅৰুঅনুপমফাৰ্মাচিউটিকেল॥

 

কমললসমপাত্ৰততাৱচাৰী।

সুৰনেৰমুনিজানহিটসুখকাৰী॥

 

একসুন্দৰৰং।

সাকালৱৰ্ল্ডকিয়ানহোসুখখানী॥

 

শান্তিস্বস্ভমৰিদুলাভভৱানী।

সকালবিশ্বকিহোসুখখানী॥

 

মহালক্ষ্মীধন্যমাই।

পাঞ্চউপাদানতসৃষ্টি।

 

আপুনিজীৱন্তচৰণবৃদ্ধিকৰে।

পশুচৰাইবোৰেপুৰুষমহিলাতৈয়াৰকৰে।

 

অক্ষীতালঅগণনাকৰাগছ।

অমিত্ৰংফলৰফুলবোৰআনন্দদায়ক।

 

ছবিসুৰমুনিনৰনাৰী।

কৰেসদাতাৱজয়-জয়কৰি॥

 

সুৰপতিআৰুনৰপতসকলোৱেধ্যানকৰে।

আপোনাৰআগতচিশনৱৱইন।

 

চাৰহুবেদনেতাৰপিছতপ্ৰশংসগাইছিল।

আপুনিআগমৰমহিমাঅতিক্ৰমকৰিবলৈসক্ষমনহওঁক।

 

আপুনিএজনঅতি,

চইজগতধন্য।

 

এইমূহুৰ্ততএটাৰাজ্যতৈয়াৰকৰক।

বিমলকৰেংকৰাওলৈনিআনিব।

 

সেইঘৰয’তকৰহুমাতামবাসা।

তেওঁৰখ্যাতিহৈছেবিশ্বৰপোহৰ।

 

যিটোধ্যানৰপৰাবহু-আনন্দ।

বিচ্ছিন্নহৈকষ্টভোগকৰিছে।

 

মহালক্ষ্মীজনসুখদাই।

ধ্যানতুমিচিশ্বানাই।

 

এটাবিশেষজনসাধাৰণকঢ়িয়াইলওক।

সুখসম্টিদেসদনাছাও|

 

ওমশ্ৰী-শ্ৰীজয়সুখকিখানী।

ৰিধিচিধাদিউবিমজানজানি॥

 

সকলোৰোগআঁতৰকৰক।

জানুনবিমলভিজন।

 

ওমলি-ই।

জনহিটমাতঅভয়বৰ্দজিজাই॥

 

ওমজয়জয়ীজয়জনী।

সকালহংজেভক্তিন॥ৰসৰ্নি

 

ওমনমো-নমোভৱনিধিতৰনী।

তৰ্নিঘূৰণীয়াৰমাজেৰেপাৰহ’ব।

 

এইটোআমাৰবিনয়।

পূৰৱাহুআশানকৰহুআবাৰী॥

 

অসন্তুষ্টঋণীজনেআপোনাৰওপৰতধ্যানকৰিআছে।

গতিকেজন্তুৰসুখৰসম্পত্তিহৈছেপাৱাই।

 

এটাৰোগযিভুগিআছে।

টাকিনিৰ্মলশাৰীৰিকগঠনহোইদ্বিতীয়

 

বিষ্ণুপ্ৰিয়াজয়-জয়মহাৰাণী।

গৌৰৱঅমীতনাজায়েবক্নি॥

 

ধ্যানকৰাব্যক্তিজন।

পোৱাসুথআতিহিহুলচাৱাই।

 

দুখজনকদুৰ্ঘটনাটোহৈছেআপোনাৰআশ্ৰয়।

কৰহুমাতেআৰুধাৰ্ম্মিকপলমনকৰে।

 

অভহুপলমনকৰিব।

বাসস্থানভক্তবাৰদিজাইৰহৃদয়।

 

কামানৰজপ।

ভবিধভানখেৱাপাৰকৰক|

 

বিনৱবোৰপুনৰাবৃত্তিকৰাহয়আৰুসঘনাইহয়।

আশাকৰহুএতিয়ামৰিভৰ্তিকৰা|

 

জানিদাচমামসংকটতাৰাউ।

স্থূলৰোগৰপৰামহিনউৰাওলৈ।

 

যিয়েতাভাসুৰতিআনিছিল।

গতিকেজগপাৱাইসুয়াশবৰ্ত।

 

চয়োযশতোৰসংস্ৰা।

পাৱতৰেষ্টশম্ভুনহয়পাৰা॥

 

গোবিন্দনিসদায়শৰণটিহাৰী।

কৰহুপুৰণঅভিলেশআমাৰ।

 

॥দোহা॥

মহালক্ষ্মীচালিচা,

পঢ়কআৰুশুনক।

 

তাহিপদৰথমিলাই,

এতিয়া, গৰুহিচাপেকাইবেদ।

CHALISA IN BENGALI

॥দোহা॥

জয়জয়শ্রীমহালক্ষ্মী,

আমিধ্যানকরাউচিত

 

দয়াকরেপ্রমাণকরুন,

প্রিয়শিশুছেলে

 

॥বাউন্ড॥

নমোমহালক্ষ্মীজয়মাতা।

তেরানামজগতখ্যাতি

 

আদিশক্তিযেনশেষহয়েযায়।

সমস্তপুরুষবানরেরউপাসনাকরেছেন

 

জগতপলিনীসকলআনন্দকরি।

বিনামূল্যেজনস্বার্থগুদাম

 

সাদাপদ্মপার্টিতেভঙ্গি।

সাথপদ্মাসনেশোভাপাচ্ছে

 

 

শ্বেতম্বরঅরুশ্বেতাভূষণ।

সাদাসাদাসজ্জিতফ্লোরেটস।

 

শীশছাত্রঅতরূপরূপলা।

গালসোহেমুক্তনকিমালা।

 

সুন্দরীসোহেদূষিতকেশা।

বিমলনয়নআরুঅনুপমভপেশ।

 

কমলানালসমপরিমাণটেকটোনিক।

সুনরবিনাসহায়তাকারী।

 

অসাধারণছাতমাটতাওবানী

পুরাপৃথিবী

 

শান্তিসভামৃদুলতভাভবানী।

স্থূলবিশ্বসুখীহওয়াউচিত

 

ধন্যমহালক্ষ্মী।

পাঁচটিউপাদানগুলিতেমহাবিশ্বসৃষ্টিকরেছেন

 

আপনিএকটিজীবন্তপ্রাণীবৃদ্ধিপেয়েছে।

পশুরপাখিপুরুষওস্ত্রীকরেতোলে।

 

ক্ষতিগ্রস্থসংখ্যকগাছসংগ্রহকরা।

মিষ্টিফলেরফুলপানকরলসু

 

চিত্রভিলোকসুরমুনিনারানারি।

সর্বদাজয়জয়জয়প্রার্থনাকরুন

 

সুরপতিএবংনারপাটসবগুরুত্বপূর্ণ।

শীশনওয়াওয়ানতোমারসামনে

 

চারুবেদনতখনযশগাইলেন।

গৌরবঅতিক্রমকরাযায়নি

 

জরকরহুমতুতুমদিয়া

সুiি জগতেধন্যকথা

 

মুহুর্তেরাজাহিরঙ্কতৈরিকরুন।

রিমলরাওকেবিমলেআনবেননা।

 

জিনঘরকরহুমাতাতুমবাসা।

তাঁরখ্যাতিবিশ্বপ্রকাশকহোক।

 

যিনিবহুআনন্দনিয়েধ্যানকরেন।

আপনিদুঃখথেকেসরেগেছেন

 

মহালক্ষ্মীজনসুখদাই।

ধন্যবাদ

 

ব্যক্তিগতজ্ঞানগ্রহণকরবেননা।

সুখদাওদুঃখদাও।

 

ॐশ্রী-শ্রীজয়সুখীখানি।

দ্ধিদ্ধদেউমাতজানজানি

 

সমস্তসমস্যাআছে।

জানোনেবিমলদর্শক।

 

-ক্লিন- ক্লিনিকশত্রু

জনস্বার্থেরমাঅভয়ভার্দিজাই

 

ॐজয়জয়তিজয়জানানী।

স্থূলকর্মভক্তেরশরণ।

 

ওমনমো-নমোভবনিধিতারিনী।

তারানিঘূর্ণিপারাপার

 

সুনহুমা, আমাদেরএইআবেদন

পূর্বুআশানকরাহুআবরী|

 

অসুখীdebণীযারাআপনারযত্নকরে।

অতএব, প্রাণীসম্পত্তিআনন্দকরে

 

যেকেউরোগেভুগছেন, ধ্যানকরেন।

তাকিনির্মলকেয়াহোই।

 

বিষ্ণুপ্রিয়াজয়-জয়মহারাণী।

গৌরবআমিতনাযায়বাখানি।

 

পুত্রযিনিধ্যানকরেন।

পাইসুটএতিহিহুলসাবাই

 

ট্রাইট্রাইশরণার্থীআপনার।

হেপ্রিয়, এখনআরদেরিনেই।

 

ম্যাট্রিক্সদেরীহয়না।

হৃদয়নিবাসভক্তবারদিজাই

 

জানুজপধ্যানেরমানসিকতানয়।

অরণ্যঅরণ্যপার

 

জনদ্বারাবারবারতাকরে।

আশাকরিএখনইপূরণহবে, মরি৪।

 

জনিদাসমমসংকেততারাউ।

স্থূলরোগথেকেমহিনউবারাউ

 

যিনিজীবনেভালোবাসাএনেছিলেন

তাইজগপাভাইসয়াশবড়াই

 

ছায়াযশতেরাসংসার

স্বীকৃতিব্যালেন্সসমুনাহীনপাড়া

 

গোবিন্দনিশাদীনশরণতিহারি।

করহুপুরাণআমাদেরঅভিলাষ

 

॥দোহা॥

মহালক্ষ্মীচালিশা,

পড়ুন, শুনুন।

 

আমিবুঝতেপেরেছি

এখনবেদকেগরুবলে

CHALISA IN BODO

Bodo and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN DOGRI

Dogri and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN ENGLISH

॥ Doha ॥

Jai Jai Shri Mahalakshmi Karoon Mata Tav Dhyan
Siddh Kaj Mam Kijiye Nij Shishu Sevak Jan

॥ Chaupai ॥

Namo Maha Lakshmi Jai Mata , Tero Nam Jagat Vikhyata
Adi Shakti Ho Mata Bhavani, Poojat Sab Nar Muni Gyani

Jagat Palini Sab Sukh Karani, Nij Janahit Bhandaran Bharani
Shvet Kamal Dal Par Tav Asan, Mat Sushobhit Hai Padmasan

Shvetambar Aroo Shveta Bhooshanashvetahi Shvet Susajjit Pushpan
Shish Chhatr Ati Roop Vishala, Gal Sohe Muktan Ki Mala

Sundar Sohe Kunchit Kesha, Vimal Nayan Aru Anupam Bhesha
Kamal Nayan Samabhuj Tav Chari , Suranar Munijanahit Sukhakari

Adbhoot Chhata Mat Tav Bani, Sakal Vishv Ki Ho Sukhakhani
Shantisvabhav Mrdulatav Bhavani, Sakal Vishv Ki Ho Sukhakhani

Mahalakshmi Dhany Ho Mai, Panch Tatv Mein Srshti Rachai
Jiv Charachar Tum Upajaye, Pashu Pakshi Nar Nari Banaye

Kshitital Aganit Vrksh Jamae, Amit Rang Phal Phool Suhae
Chhavi Vilok Suramuni Nar Nari, Kare Sada Tav Jai Jai Kari

Surapati Aur Narapati Sab Dhyaven, Tere Sammukh Shish Navayen
Charahu Vedan Tab Yash Gaye, Mahima Agam Par Nahin Paye

Japar Karahu Mat Tum Daya, Soi Jag Mein Dhany Kahaya
Pal Mein Rajahi Rank Banao, Rank Rav Kar Bimal Na Lao

Jin Ghar Karahun Mat Tum Basa, Unaka Yash Ho Vishv Prakasha
Jo Dhyavai Se Bahu Sukh Pavai, Vimukh Rahe Jo Dukh Uthavai

Mahalakshmi Jan Sukh Dai, Dhyaoon Tumako Shish Navai
Nij Jan Jani Mohin Apanao, Sukh Sampatti De Dukh Nashao

Om Shri Shri Jaiasukhaki Khani, Riddhi Siddhi Deu Mat Janajani
Om Hrin- Om Hrin Sab Vyadhihatao, Janur Vimal Drshtidarshao

Om Klin- Om Klin Shatru Kshay Kijai, Janahit Mat Abhay Var Dijai
Om Jaiajaiati Jai Jaiajanani, Sakal Kaj Bhaktan Ke Karani

Om Namo-Namo Bhavanidhi Tarani, Tarani Bhanvar Se Par Utarini
Sunahu Mat Yah Vinay Hamari, Puravahu As Karahu Abari

Rni Dukhi Jo Tumako Dhyavai, So Prani Sukh Sampatti Pavai
Rog Grasit Jo Dhyavai Koi, Taki Nirmal Kaya Hoi

Vishnu Priya Jai Jai Maharani, Mahima Amit Na Jay Bakhani
Putrahin Jo Dhyan Lagavai, Paye Sut Atihi Hulasavai

Trahi Trahi Sharanagat Teri, Karahu Mat Ab Nek Na Deri
Avahu Mat Vilamb Na Kijai, Hrday Nivas Bhakt Var Dijai

Janoon Jap Tap Ka Nahin Bheva, Par Karo Ab Bhavanidhi Van Kheva
Vinavon Bar Bar Kar Jori, Puran Asha Karahu Ab Mori

Jani Das Mam Sankat Tarau, Sakal Vyadhi Se Mohin Ubaro
Jo Tav Surati Rahai Lav Lai, So Jag Pavai Suyash Badhai

Chhayo Yash Tera Sansara, Pavat Shesh Shambhu Nahin Para
Kamal Nishadin Sharan Tihari, Karahu Pooran Abhilash Hamari

॥ Doha ॥

Mahalakshmi Chalisa Padhai Sune Chitt Laye
Tahi Padarath Milai Ab Kahai Ved Yash Gaye

।। Iti Mahalaxhmi Chalisa Ends ।।

CHALISA IN GUJRATI

॥દોહા॥

જયજયશ્રીમહાલક્ષ્મી,

શુંમેંધ્યાનપરધ્યાનકરવુંજોઈએ

 

કૃપાકરીનેતેસાબિતકરો,

પ્રિયબાળકછોકરો

 

॥બાઉન્ડ॥

નમોમહાલક્ષ્મીજયમાતા.

તેરાનામજગતપ્રસિદ્ધિ

 

આદિશક્તિઓવરડોનથઈશકે.

બધાપુરુષવાંદરાઓનીઉપાસનાકરી

 

જગતપાલિનીબધાસુખેકરવા.

મફતજાહેરહિતવેરહાઉસિંગ

 

સફેદકમળનીપાર્ટીપરમુદ્રા.

સાથીપદ્માસનથીશોભિતછે

 

શ્વેતામ્બરઅરુશ્વેતાભૂષણ.

શ્વેતસફેદસુશોભિતફ્લોરેટ્સ॥

 

શીશછત્રઅતિરૂપવિશાલા.

ગાલસોહેમુક્તિકીમાલા॥

 

 

સુંદરસોહેદૂષિતકેશા.

વિમલનયનઅરુઅનુપમભપેશ॥

 

કમલાનાલએકપક્ષીટેક્ટોનિક.

સુનરસહાયવિનાપ્રસન્ન॥

 

અદ્ભુતછટમાતતાવબાની

આખીદુનિયા

 

શાંતિસાભમૃદુલતાવાભવની।

કુલવિશ્વસુખીથવુંજોઈએ

 

ધન્યછેમહાલક્ષ્મી.

પાંચતત્વોમાંબ્રહ્માંડનીરચનાકરી

 

તમેજીવંતપ્રાણીઉગાડ્યોછે.

પ્રાણીપક્ષીઓનરઅનેમાદાબનાવેછે.

 

ક્ષતિગ્રસ્તવૃક્ષોનોસંચયકરવો.

મધુરફળનાફૂલોપીતાહતા

 

તસવીરવિલોકસુરમુનિનારણારી.

હંમેશાજયજયજયનીપ્રાર્થનાકરો

 

 

સુરપતિઅનેનરપતબધામહત્વપૂર્ણછે.

તમારીસામેશીશનવાવાન

 

ત્યારબાદચારુવેદાનેયશનેગાયું.

ગ્લોરીથીઆગળપહોંચીશકાયુંનહીં

 

જારકરહુમાતુતુમદીયા

સોઇજગમાંધન્યધન્યકહેતા

 

આક્ષણેરાજહિરાંકબનાવો.

રિમલરાવનેબિમલપરનલાવો.

 

જિનઘરકરહુમતાતુમબાસા.

તેનીખ્યાતિવિશ્વપ્રકાશકબને.

 

જેઅનેકઆનંદોનુંધ્યાનકરેછે.

તમેદુeryખથીદૂરથયાછો

 

મહાલક્ષ્મીજનસુખડાai।

આભાર

 

અંગતજ્ .ાનઅપનાવશોનહીં.

સુખઅનેદુખદુખઆપો॥

 

ॐશ્રી-શ્રીજયસુખ્કીખાની.

રિદ્ધિસિદ્ધદેવમાતજંજની

 

બધીસમસ્યાઓછે.

જનાવેવિમલદર્શકો॥

 

-ક્લીન- clinક્લિનએદુશ્મનછે

જનહિતમાતાઅભયવર્ડીજાઈ

 

ॐજયજયાયતીજયજનની.

સ્થૂલકામભક્તનાસારણો॥

 

ઓમનમો-નમોભાવનિધિતારિણી।

તારણીવમળપાર

 

સુનહુમાતા, આઅમારીઅરજછે

પુરૂહુઆસનકરહુઅબારી॥

 

નાખુશદેવાદારજેતમારીસંભાળરાખેછે.

તેથી, પ્રાણીસંપત્તિનેઆનંદઆપેછે

 

જેકોઈરોગથીગ્રસ્તછે, ધ્યાનકરેછે.

તકિનિર્મલકાયહોઇ॥

 

વિષ્ણુપ્રિયાજય-જયમહારાણી.

મહિમાઅમિતનાજાયેબખાણી॥

 

સોનલેસજેધ્યાનકરેછે.

પાઈસુતઅતિહિહલસાવૈ

 

ટ્રાઇટ્રાઇરેફ્યુજીતમારુંછે.

ઓપ્રિય, હવેકોઈવિલંબનથી.

 

મેટ્રિક્સમાંવિલંબથતોનથી.

હૃદયનિવાસભક્તબારદિજાઇ

 

જાનુજાપએધ્યાનનીભાવનાનથી.

વનવનપાર

 

જાન્દાવાસીઓફરીવારકરેછે.

હવેપુરીથવાનીઆશાછે, મોરી॥.

 

જાનીદાસમમસંકટતારૌ।

સ્થૂળરોગમાંથીમોહિનઉબારાઉ

 

જેણેજીવનમાંપ્રેમલાવ્યો

તોજગપાવાળસુયશબ્રેગ

 

 

છાયાયશતેરાસંસાર

સ્વીકૃતિસંતુલનસંભુનહીંપરા

 

ગોવિંદનિષાદિનશરણતિહારી.

કરહુપુરાણઅભિલાષઆપણો

 

॥દોહા॥

મહાલક્ષ્મીચાલીસા,

વાંચો, સાંભળો.

 

હુસમજીગયો

હવેવેદનેગાયતરીકેબોલો

CHALISA IN HINDI

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN KANNADA

॥ದೋಹಾ॥

ಜೈಜೈಶ್ರೀಮಹಾಲಕ್ಷ್ಮಿ,

ನಾನುಧ್ಯಾನವನ್ನುಧ್ಯಾನಿಸಬೇಕೇ||

 

ದಯವಿಟ್ಟುಅದನ್ನುಸಾಬೀತುಪಡಿಸಿ,

ಆತ್ಮೀಯಗಂಡುಮಗು

 

॥ಬೌಂಡ್॥

ನಮೋಮಹಾಲಕ್ಷ್ಮಿಜೈಮಾತಾ.

ತೇರಾನಾಮ್ಜಗತ್ಖ್ಯಾತಿ

 

ಆದಿಶಕ್ತಿಮೀರಲಿ.

ಎಲ್ಲಾಗಂಡುಕೋತಿಗಳನ್ನುಪೂಜಿಸಿದರು

 

ಎಲ್ಲಾಸಂತೋಷಗಳನ್ನುಮಾಡಲುಜಗತ್ಪಾಲಿನಿ.

ಉಚಿತಸಾರ್ವಜನಿಕಹಿತಾಸಕ್ತಿಉಗ್ರಾಣ

 

ಬಿಳಿಕಮಲದಪಾರ್ಟಿಯಲ್ಲಿನಭಂಗಿ.

ಸಂಗಾತಿಯನ್ನುಪದ್ಮಾಸನ್ಅಲಂಕರಿಸಿದ್ದಾರೆ

 

ಶ್ವೇತಾಂಬರ್ಅರುಶ್ವೇತಾಭೂಷಣ್.

ಬಿಳಿಬಿಳಿಸಜ್ಜುಗೊಳಿಸಿದಹೂಗೊಂಚಲುಗಳು

 

ಶೀಶ್hat ತ್ರಅತಿರೂಪ್ವಿಶಾಲಾ.

ಗಾಲ್ಸೊಹೆಮುಕ್ತಾನ್ಕಿಮಾಲಾ

 

ಸುಂದರವಾದಸೋಹೆದುರುದ್ದೇಶಪೂರಿತಕೇಶ.

ವಿಮಲ್ನಯನ್ಅರುಅನುಪಮ್ಭಾಪೇಶ್

 

ಕಮಲನಾಲ್ಈಕ್ವಿಲ್ಯಾಟರಲ್ಟೆಕ್ಟೋನಿಕ್.

ಸನ್ರ್ಅನುದಾನರಹಿತಪ್ಲೆಸರ್

 

ಅದ್ಭುತhat ತ್ಮಾತ್ತವ್ಬನಿ

ಇಡೀಜಗತ್ತು

 

ಶಾಂತಿಸಭವ್ಮೃದುಲತವಭವಾನಿ.

ಒಟ್ಟುಪ್ರಪಂಚವುಸಂತೋಷವಾಗಿರಬೇಕು

 

ಮಹಾಲಕ್ಷ್ಮಿಆಶೀರ್ವದಿಸಲಿ.

ಐದುಅಂಶಗಳಲ್ಲಿಬ್ರಹ್ಮಾಂಡವನ್ನುರಚಿಸಲಾಗಿದೆ

 

ನೀವುಜೀವಂತಪ್ರಾಣಿಯನ್ನುಬೆಳೆಸಿದ್ದೀರಿ.

ಪ್ರಾಣಿಪಕ್ಷಿಗಳುಗಂಡುಮತ್ತುಹೆಣ್ಣುಮಾಡುತ್ತದೆ.

 

 

ಹಾನಿಗೊಳಗಾದಸಂಖ್ಯೆಯಮರಗಳನ್ನುಸಂಗ್ರಹಿಸಿ.

ಸಿಹಿಹಣ್ಣಿನಹೂವುಗಳುಕುಡಿದವು

 

ಚಿತ್ರವಿಲೋಕ್ಸುರ್ಮುಣಿನಾರಾನರಿ.

ಯಾವಾಗಲೂಜೈಜೈಜೈಪ್ರಾರ್ಥಿಸಿ

 

ಸುರ್ಪಾತಿಮತ್ತುನಾರ್ಪತ್ಎಲ್ಲವೂಮುಖ್ಯ.

ನಿಮ್ಮಮುಂದೆಶೀಶ್ನವಾನ್

 

ಚಾರುವೇದನ್ನಂತರಯಶ್ಹಾಡಿದರು.

ವೈಭವವನ್ನುಮೀರಿತಲುಪಲುಸಾಧ್ಯವಾಗಲಿಲ್ಲ

 

ಜಾರ್ಕರ್ಹುಮಾಟುತುಮ್ದಿಯಾ

ಸೋಯಿಜಗದಲ್ಲಿಹೇಳುವುದುಆಶೀರ್ವಾದ

 

ಈಸಮಯದಲ್ಲಿರಾಜಾಹಿರಾಂಕಾಮಾಡಿ.

ರಿಮಲ್ರಾವ್ಅವರನ್ನುಬಿಮಲ್‌ಗೆಕರೆತರಬೇಡಿ.

 

ಜಿನ್ಘರ್ಕರ್ಹುಮಾತಾಟಮ್ಬಸಾ.

ಅವರಖ್ಯಾತಿವಿಶ್ವಪ್ರಕಾಶಕರಾಗಲಿ.

 

ಯಾರುಅನೇಕಸಂತೋಷಗಳನ್ನುಧ್ಯಾನಿಸುತ್ತಾರೆ.

ನೀವುದುಃಖದಿಂದವಿಮುಖರಾಗಿದ್ದೀರಿ

 

 

ಮಹಾಲಕ್ಷ್ಮಿಜನಸುಖ್ಡೈ.

ಧನ್ಯವಾದಗಳು

 

ವೈಯಕ್ತಿಕಜ್ಞಾನವನ್ನುಅಳವಡಿಸಿಕೊಳ್ಳಬೇಡಿ.

ಸಂತೋಷಮತ್ತುದುಃಖದುಃಖವನ್ನುನೀಡಿ

 

Riಶ್ರೀ-ಶ್ರೀಜಯಸುಖ್ಕಿಖಾನಿ.

ರಿಧಿಸಿದ್ದ್ದೇಯುಮಾತ್ಜಂಜನಿ

 

ಎಲ್ಲಾಸಮಸ್ಯೆಗಳಿವೆ.

ಜನೌನ್ವಿಮಲ್ವೀಕ್ಷಕರು

 

-ಕ್ಲಿನ್- लीಕ್ಲಿನಿಕ್ಶತ್ರು

ಸಾರ್ವಜನಿಕಹಿತಾಸಕ್ತಿತಾಯಿಅಭಯ್ವರ್ಡಿಜೈ

 

ॐಜಯಜಯತಿಜಯಜಾನನಿ.

ಒಟ್ಟುಕೆಲಸದಭಕ್ತನಸರನಾಗಳು

 

ಓಂನಮೋ-ನಮೋಭಾವ್ನಿಧಿತಾರಿನಿ.

ತರ್ನಿಸುಳಿದಾಟುವಿಕೆ

 

ಸುನ್ಹುತಾಯಿ, ಇದುನಮ್ಮಮನವಿ

ಪೂರ್ವುಆಶಾನ್ಕರಹುಅಬಾರಿ॥

 

 

ನಿಮ್ಮಬಗ್ಗೆಕಾಳಜಿವಹಿಸುವಅತೃಪ್ತಸಾಲಗಾರ.

ಆದ್ದರಿಂದ, ಜೀವಿಆಸ್ತಿಯನ್ನುಸಂತೋಷಪಡಿಸುತ್ತದೆ

 

ರೋಗದಿಂದಬಳಲುತ್ತಿರುವಯಾರಾದರೂಧ್ಯಾನಮಾಡುತ್ತಾರೆ.

ಟಕಿನಿರ್ಮಲ್ಕಾಯಾಹೋಯಿ

 

ವಿಷ್ಣುಪ್ರಿಯಾಜೈ-ಜೈಮಹಾರಾಣಿ.

ವೈಭವಅಮಿತ್ನಾಜಾಯೆಬಖಾನಿ

 

ಧ್ಯಾನಮಾಡುವಮಗನಿಲ್ಲದ.

ಪೈಸುತ್ಅತಿಹಿಹುಲ್ಸವಾಯಿ

 

ಟ್ರೈಟ್ರೈನಿರಾಶ್ರಿತರುನಿಮ್ಮದಾಗಿದೆ.

ಓಪ್ರಿಯ, ಈಗಯಾವುದೇವಿಳಂಬವಿಲ್ಲ.

 

ಮ್ಯಾಟ್ರಿಕ್ಸ್ವಿಳಂಬವಾಗುವುದಿಲ್ಲ.

ಹೃದಯನಿವಾಸ್ಭಕ್ತಬಾರ್ಡಿಜೈ

 

ಜಾನುಪಠಣವುಧ್ಯಾನದಭಾವನೆಯಲ್ಲ.

ಅರಣ್ಯಅರಣ್ಯವನ್ನುದಾಟಿಸಿ

 

ಜಂದವರುಅದನ್ನುಮತ್ತೆಮತ್ತೆಮಾಡುತ್ತಾರೆ.

ಈಗಪೂರೈಸುವಭರವಸೆ, ಮೋರಿ॥.

 

 

ಜಾನಿದಾಸ್ಮಾಮ್ಸಂಕತ್ತಾರೌ.

ಸ್ಥೂಲಕಾಯಿಲೆಯಿಂದಮೋಹಿನ್ಉಬರಾವು

 

ಯಾರುಪ್ರೀತಿಯನ್ನುಜೀವನಕ್ಕೆತಂದರು

ಆದ್ದರಿಂದಜಗ್ಪಾವೈಸುಯಾಶ್ಬಡಿವಾರ

 

ಾಯಾಯಶ್ತೇರಾಸಂಸಾರ

ಸ್ವೀಕೃತಿಸಮತೋಲನಸಂಭುನಹಿನ್ಪ್ಯಾರಾ

 

ಗೋವಿಂದ್ನಿಶಾಡಿನ್ಶರಣ್ತಿಹಾರಿ.

ಕರ್ಹುಪುರಾನ್ಅಭಿಲಾಶ್ನಮ್ಮ

 

॥ದೋಹಾ॥

ಮಹಾಲಕ್ಷ್ಮಿಚಾಲಿಸಾ,

ಓದಿ, ಕೇಳು.

 

ನಾನುಅದನ್ನುಪಡೆದುಕೊಂಡೆ

ಈಗವೇದವನ್ನುಹಸುವಿನಂತೆಹೇಳಿ

CHALISA IN KASHMIRI

Kashmiri and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN KONKANI

Konkani and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN MAITHILI

Maithili and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN MALAYALAM

॥ദോഹ॥

ജയ്ജയ്ശ്രീമഹാലക്ഷ്മി,

ഞാൻധ്യാനത്തെക്കുറിച്ച്ധ്യാനിക്കണോ

 

 

അത്തെളിയിക്കുക,

പ്രിയകുഞ്ഞ്

 

॥അതിർത്തി॥

നമോമഹാലക്ഷ്മിജയ്മാതാ.

തേരനാമജഗത്പ്രശസ്തി

 

ആദിശക്തിമറികടക്കട്ടെ.

എല്ലാപുരുഷകുരങ്ങുകളെയുംആരാധിച്ചു

 

എല്ലാആനന്ദങ്ങളുംചെയ്യാൻജഗത്പാലിനി.

സPublic ജന്യപൊതുതാൽ‌പ്പര്യവെയർ‌ഹousingസിംഗ്

 

വെളുത്തതാമരപാർട്ടിയിലെഭാവം.

ഇണയെപദ്മാസൻഅലങ്കരിച്ചിരിക്കുന്നു

 

ശ്വേതാംബർഅരുശ്വേതഭൂഷൺ.

വെളുത്തവെളുത്തസജ്ജീകരിച്ചഫ്ലോററ്റുകൾ

 

ഷീശ്ഛത്രാറൂപ്പ്വിശാല.

ഗാൽസോഹെമുക്താൻകിമാള

 

മനോഹരമായസോഹെക്ഷുദ്രകരമായകേശ.

വിമൽനയൻഅരുഅനുപംഭാപേഷ്

 

കമലാൽസമതുലിതമായടെക്റ്റോണിക്.

സൺഅൺഎയ്ഡഡ്പ്ലീസർ

 

ആകർഷണീയമായഛാത്മാറ്റ്തവ്ബാനി

മുഴുവൻലോകം

 

ശാന്തിസഭവ്ശ്രീദുലതവഭവാനി.

മൊത്തലോകംസന്തോഷമായിരിക്കണം

 

മഹാലക്ഷ്മിവാഴ്ത്തപ്പെടുമാറാകട്ടെ.

അഞ്ച്ഘടകങ്ങളിൽപ്രപഞ്ചത്തെസൃഷ്ടിച്ചു

 

നിങ്ങൾഒരുജീവിയെവളർത്തി.

മൃഗപക്ഷികളുംആണുംപെണ്ണുമായിമാറുന്നു.

 

കേടായമരങ്ങളുടെഎണ്ണംശേഖരിക്കുക.

മധുരമുള്ളപൂക്കൾകുടിച്ചു

 

ചിത്രംവില്ലോക്ക്സുർമുനിനരനാരി.

എപ്പോഴുംജയ്ജയ്ജയ്പ്രാർത്ഥിക്കുക

 

സുർപതി, നർപത്എന്നിവയെല്ലാംപ്രധാനമാണ്.

ഷീശ്നവവൻനിങ്ങളുടെമുന്നിൽ

 

ചാരുവേദൻതുടർന്ന്യാഷ്പാടി.

മഹത്വത്തിനപ്പുറംഎത്തിച്ചേരാനായില്ല

 

ജാർകർഹുമാതുതുംദിയ

സോയിജാഗിൽവാഴ്ത്തപ്പെട്ടവാക്ക്

 

 

ഇപ്പോൾരാജാഹിറാങ്കയാക്കുക.

റിമൽറാവുവിനെബിമലിലേക്ക്കൊണ്ടുവരരുത്.

 

ജിൻഘർകർഹുമാറ്റാറ്റംബസ.

അദ്ദേഹത്തിന്റെപ്രശസ്തിലോകപ്രസാധകനാകട്ടെ.

 

അനേകംആനന്ദങ്ങളെക്കുറിച്ച്ധ്യാനിക്കുന്നവൻ.

നിങ്ങൾദുരിതത്തിൽനിന്ന്അകന്നുപോയി

 

മഹാലക്ഷ്മിജൻസുഖ്ഡായ്.

നന്ദി

 

വ്യക്തിപരമായഅറിവ്സ്വീകരിക്കരുത്.

സന്തോഷവുംദുഖവുംനൽകുക

 

ശ്രീ-ശ്രീജയസുഖ്കിഖാനി.

റിദ്ദിസിദ്ദേമാറ്റ്ജഞ്ജനി

 

എല്ലാപ്രശ്നങ്ങളുംഅവിടെയുണ്ട്.

 

 

-ക്ലിൻ- लीക്ലിനിക്കാണ്ശത്രു

പൊതുതാൽപര്യഅമ്മഅഭയ്വർദിജായി

 

ॐജയജയതിജയജനാനി.

മൊത്തജോലിഭക്തന്റെസരാനകൾ

 

 

ഓംനമോ-നമോഭവനിധിതാരിനി.

ടാർനിവോർടെക്സ്ക്രോസിംഗ്

 

സുൻഹുഅമ്മ, ഇതാണ്ഞങ്ങളുടെഅപേക്ഷ

പൂർവ്ആഷാൻകരാഹുഅബാരി॥

 

നിങ്ങളെപരിപാലിക്കുന്നഅസന്തുഷ്ടനായകടക്കാരൻ.

അതിനാൽ, സൃഷ്ടിസ്വത്ത്ആസ്വദിക്കുന്നു

 

രോഗംബാധിച്ചആരെങ്കിലുംധ്യാനിക്കുന്നു.

ടാക്കിനിർമ്മൽകയാഹോയി

 

വിഷ്ണുപ്രിയജയ്-ജയ്മഹാറാണി.

മഹത്വംഅമിത്നാജയ്ബഖാനി

 

ധ്യാനിക്കുന്നപുത്രൻ.

പൈസുത്അതിഹിഹുൽസവായ്

 

ട്രായ്ട്രായ്അഭയാർത്ഥിനിങ്ങളുടേതാണ്.

പ്രിയേ, ഇപ്പോൾകാലതാമസമില്ല.

 

മാട്രിക്സ്വൈകില്ല.

ഹൃദയനിവാസ്ഭക്തൻബാർഡിജായ്

 

ജാനുമന്ത്രോച്ചാരണംധ്യാനത്തിന്റെവികാരമല്ല.

ഫോറസ്റ്റ്ഫോറസ്റ്റ്കടക്കുക

 

 

ജാണ്ഡവർഅത്വീണ്ടുംവീണ്ടുംചെയ്യുന്നു.

ഇപ്പോൾനിറവേറ്റുമെന്ന്പ്രതീക്ഷിക്കുന്നു, മോറി॥.

 

ജാനിദാസ്മാംസങ്കത്താരാവു.

മൊത്തരോഗത്തിൽനിന്നുള്ളമോഹിൻഉബറാവു

 

ആരാണ്ജീവിതത്തിലേക്ക്സ്നേഹംകൊണ്ടുവന്നത്

അതിനാൽജഗ്പവായ്സുയാഷ്ബ്രാഗ്

 

ചായയഷ്തേരസൻസറ

അംഗീകാരംബാലൻസ്സാംബുനഹിൻപാര

 

ഗോവിന്ദ്നിഷാദിൻശരൺതിഹാരി.

കാർഹുപുരൻഅഭിലാഷ്നമ്മുടെ

 

॥ദോഹ॥

മഹാലക്ഷ്മിചാലിസ,

വായിക്കുക, ശ്രദ്ധിക്കുക.

 

എനിക്കത്ലഭിച്ചു

ഇപ്പോൾവേദത്തെപശുവായിപറയുക

CHALISA IN MEITEI

Meitei and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN MARATHI

॥ दोहा॥

जयजयश्रीमहालक्ष्मी,

मीध्यानातध्यानकेलेपाहिजेका |

 

कृपयातेसिद्धकरा,

प्रियबाळमुलगा

 

॥ चौकार॥

नमोमहालक्ष्मीजयमाता.

तेरानामजगातकीर्ती

 

आदिशक्तीओलांडलीजावो.

सर्वनरवानरांचीपूजाकेली

 

जगतपालिनीसर्वसुखकरिती।

विनामूल्यसार्वजनिकव्याजवखार

 

पांढर्‍याकमळाच्यापार्टीवरपवित्रा.

मातेलापद्मासनसुशोभितकेलेआहे

 

श्वेतांबरअरुश्वेताभूषण.

पांढरापांढरासुसज्जपुष्पगुच्छ॥

 

शीशछत्रअतिरूपविशाला।

गलसोहेमुक्तांकीमाला॥

 

सुंदरसोहेदुर्भावनापूर्णकेशा.

विमलनयनअरुअनुपमभपेश॥

 

कमलानलसमभुजटेक्टोनिक.

सनरविनाअनुदानितप्रसन्न॥

 

अप्रतिमछटमाततवबाणी

संपूर्णजग

 

शांतिसाभवमृदुलातावभवानी।

सकलजगआनंदीअसावे

 

महालक्ष्मीधन्यहोवो.

पंचतत्वातविश्वनिर्माणकेले

 

आपणएकजिवंतप्राणीवाढलाआहे.

प्राणीपक्षीनरवमादीबनवतात.

 

नुकसानझाडेसंख्यावाढवा.

गोडफळांचीफुलेप्याली

 

प्रतिमाविलोकसुरमुनीनारानारी.

जयजयजयनेहमीप्रार्थनाकरा

 

सूरपतीआणिनरपतहेसर्वमहत्वाचेआहेत.

शीशनवावानतुझ्यासमोर

 

 

त्यानंतरचारूवेदानंयशगायलं.

महिमापलीकडेपोहोचूशकलानाही

 

जारकरहुमतुतुमदिया

धन्यम्हणेसुईजग

 

याक्षणीराजारांकाकरा.

बिमललारिमालरावआणूनका.

 

जिनघरकरहुमातातुमबासा।

त्याचीकीर्तीजागतिकप्रकाशकहोवो.

 

जोअनेकसुखांवरध्यानकरतो.

आपणदु: खापासूनदूरगेलाआहात

 

महालक्ष्मीजनसुखदाई।

धन्यवाद

 

वैयक्तिकज्ञानअवलंबकरूनका.

सुखद्यादु: खदुःख॥

 

ॐश्री-श्रीजयसुख्खानी.

द्धिसिद्धदेउमातजंजनी

 

 

सर्वसमस्याआहेत.

जाणोवेविमलदर्शक॥

 

-क्लिन- क्लिनहेशत्रूआहे

जनहितार्थआईअभयवर्दीजी

 

ॐजयजयतीजयजानी.

सकलकामभक्ताचेसारणें॥

 

ओमनमो-नमोभवनिधितारिणी।

तारणीभोवराक्रॉसिंग

 

सुनहुआई, हीआमचीविनवणी

पूर्वाभुआशानकरहुअबारी॥

 

आपलीकाळजीघेणारादुखीकर्जदार.

म्हणून, प्राणीमालमत्तेसआनंददेतो

 

जोकोणीआजारानेग्रस्तआहे, तोध्यानकरतो.

तकीनिर्मलकायहोई॥

 

विष्णूप्रियाजय-जयमहाराणी।

जयअमितनजायबखानी॥

 

 

जोपुत्रध्यानी।

पैसुतअतिहिहुलसावई

 

ट्राईट्राईरिफ्यूजीआपलाआहे.

प्रिय, आताकाहीउशीरझालेलानाही.

 

मॅट्रिक्सलाउशीरहोतनाही.

हृदयनिवासभक्तबारदिजाई

 

जानूजपम्हणजेध्यानकरण्याचीभावनानाही.

वनजंगलपारकरा

 

जांदवहेपुन्हापुन्हाकरतात.

आतापूर्णहोईलअशीआशाआहे, मोरी॥ .

 

जानिदासममसंकटताराऊ।

स्थूलरोगातूनमोहिनउबराऊ

 

ज्यानेजीवनातप्रेमआणले

तरजगपवईसुयशब्रॅग

 

छायायशतेरासंसार

पावतीसमतोलसंभूनकरींपरा

 

 

गोविंदनिशादिनशरणतिहरी।

करुहपुराणअभिलाषआमचा

 

॥ दोहा॥

महालक्ष्मीचालीसा,

वाचा, ऐका.

 

मलासमजले

आतावेदम्हणेगाई ||

CHALISA IN NEPALI

Nepali and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN ODIA

॥ଦୋହା॥

ଜୟଜୟଶ୍ରୀମହାଲକ୍ଷ୍ମୀ,

ମୁଁଧ୍ୟାନଉପରେଧ୍ୟାନକରିବାଉଚିତ୍କି |

 

ଦୟାକରିତାହାପ୍ରମାଣକରନ୍ତୁ,

ପ୍ରିୟଶିଶୁପୁତ୍ର |

 

॥ସୀମା॥

ନାମୋମହାଲକ୍ଷ୍ମୀଜୟମାତା |

ତେରାନାମଜଗତଖ୍ୟାତି |

 

ଆଦିଶକ୍ତିପୁରୁଣାହୋଇଯାଉ।

ସମସ୍ତପୁରୁଷମାଙ୍କଡଙ୍କୁପୂଜାକଲେ |

 

ସମସ୍ତଭୋଗକରିବାପାଇଁଜଗତପାଲିନି |

ମାଗଣାଜନସାଧାରଣଆଗ୍ରହଗୋଦାମ |

 

ଧଳାଲୋଟସ୍ପାର୍ଟୀରେସ୍ଥିତି |

ସାଥୀପଦ୍ମସାନରେସୁସଜ୍ଜିତ |

 

ଶ୍ୱେତାମ୍ବରଅରୁଶ୍ୱେତାଭୂଷଣ |

ଧଳାଧଳାସାଜସଜ୍ଜାଫ୍ଲୋରେଟ୍।

 

ଶିଶଛତ୍ରଆତିରୂପବିଶାଲା |

ଗାଲ୍ସୋହେମୁକତାନ୍କିମାଲା।

 

ସୁନ୍ଦରସୋହେଦୁଷ୍ଟକେଶ |

ବିମଲନୟନଅରୁଅନୁପମଭପେଶ।

 

କମଲାନାଲ୍ସମାନ୍ତରାଳଟେକ୍ଟୋନିକ୍ |

ସୂର୍ଯ୍ୟଅବିଭକ୍ତପ୍ରସନ୍ନ

 

ଅଦ୍ଭୁତଛତମାତ୍ଟାବାନି |

ସମଗ୍ରବିଶ୍ୱ

 

ଶାନ୍ତିସଭବମ୍ରିଦୁଲତାଭାଭବାନୀ |

ମୋଟଦୁନିଆଖୁସିହେବାଉଚିତ୍ |

 

ମହାଲକ୍ଷ୍ମୀଧନ୍ୟହୁଅନ୍ତୁ।

ପାଞ୍ଚଉପାଦାନରେବ୍ରହ୍ମାଣ୍ଡସୃଷ୍ଟିକଲା |

 

ତୁମେଏକଜୀବସୃଷ୍ଟିକରିଛ |

ପଶୁପକ୍ଷୀମାନେପୁରୁଷଏବଂସ୍ତ୍ରୀତିଆରିକରନ୍ତି |

 

କ୍ଷତିଗ୍ରସ୍ତସଂଖ୍ୟକଗଛସଂଗ୍ରହକରନ୍ତୁ |

ମିଠାଫଳଫୁଲପିଇଲା

 

ପ୍ରତିଛବିଭିଲୋକସୁରମୁନିନାରାନାରୀ |

ସର୍ବଦାଜୟଜୟପ୍ରାର୍ଥନାକର |

 

ସୁରପତୀଏବଂନରପାଟସବୁଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ |

ତୁମସାମ୍ନାରେଶିଶ୍ନୱୱାନ୍ |

 

ପରେଚାରୁବେଦନ୍ୟଶଗାଇଥିଲେ।

ଗoryରବବାହାରେପହଞ୍ଚିପାରିଲାନାହିଁ |

 

ଜାରକରହୁମାଟୁତୁମ୍ଦିୟା |

ସୋଜାଗରେଆଶୀର୍ବାଦ

 

ଏହିସମୟରେରାଜହିରାଙ୍କାପ୍ରସ୍ତୁତକରନ୍ତୁ |

ରିମଲରାଓଙ୍କୁବିମଲକୁଆଣନ୍ତୁନାହିଁ |

 

ଜିନ୍ଘରକରହୁମାତାଟୁମ୍ବେସା |

ତାଙ୍କରଖ୍ୟାତିବିଶ୍ୱପ୍ରକାଶକହେଉ |

 

ଯିଏଅନେକଭୋଗଉପରେଧ୍ୟାନକରନ୍ତି |

ତୁମେଦୁଖରୁଦୂରେଇଯାଇଛ |

 

ମହାଲକ୍ଷ୍ମୀଜନସୁଖଡାଏ |

ଧନ୍ୟବାଦ

 

ବ୍ୟକ୍ତିଗତଜ୍ଞାନଗ୍ରହଣକରନ୍ତୁନାହିଁ |

ସୁଖଏବଂଦୁଖଦିଅ।

 

ॐଶ୍ରୀ-ଶ୍ରୀଜୟସୁଖକିଖାନି |

ରିଦ୍ଧିଶିଦ୍ଦେଦେମାତଜାନଜାନି |

 

ସମସ୍ତସମସ୍ୟାସେଠାରେଅଛି |

ଜାନୋନ୍ଭିମଲ୍ଦର୍ଶକ।

 

-କ୍ଲିନ୍- କ୍ଲିନ୍ହେଉଛିଶତ୍ରୁ |

ଜନସାଧାରଣଙ୍କଆଗ୍ରହମାତାଅଭୟଭର୍ଦଜାଇ |

 

ଜୟଜୟତୀଜୟଜନାନୀ |

ମୋଟଭକ୍ତଙ୍କସାରନା।

 

ଓମ୍ନାମୋ-ନାମୋଭବନିଧିତରିନୀ |

ତାରନିଭର୍ଟେକ୍ସକ୍ରସିଂ |

 

ସୁନହୁମା, ଏହାଆମରନିବେଦନ |

ପୁରଭୁଆଶାନକରାହୁଅବରୀ॥ |

 

ଅସନ୍ତୁଷ୍ଟtor ଣଦାତାଯିଏତୁମରଯତ୍ନନିଅନ୍ତି |

ତେଣୁ, ପ୍ରାଣୀସମ୍ପତ୍ତିକୁଆନନ୍ଦଦିଏ |

 

ଯେକେହିରୋଗରେପୀଡିତ, ଧ୍ୟାନକରନ୍ତି |

ଟାକିନିର୍ମଲକାୟାହୋ।

 

ବିଷ୍ଣୁପ୍ରିୟାଜୟ-ଜୟମହାରାଣୀ।

ଗoryରବଅମିତନାଜୟବଖାନି।

 

ପୁତ୍ରହୀନଯିଏଧ୍ୟାନକରେ |

ପାଏସୂତଆତିହିହୁଲସଭାଇ |

 

ଟ୍ରାଇଟ୍ରାଇଶରଣାର୍ଥୀତୁମର |

ହେପ୍ରିୟ, ବର୍ତ୍ତମାନବିଳମ୍ବନାହିଁ |

 

ମ୍ୟାଟ୍ରିକ୍ସବିଳମ୍ବହୁଏନାହିଁ |

ଶୁକ୍ରବାରନିୱାସଭକ୍ତବାରଡିଜାଇ |

 

ଜାନୁଜପକରିବାଧ୍ୟାନରଭାବନାନୁହେଁ |

ଜଙ୍ଗଲଜଙ୍ଗଲପାରକର |

 

ଜାଣ୍ଡବମାନେଏହାକୁବାରମ୍ବାରକରନ୍ତି |

ବର୍ତ୍ତମାନପୂରଣକରିବାକୁଆଶାକରୁଛି, ମୋରି॥ |

 

ଜାନିଦାସମାମସଙ୍କଟତାରୁ |

ମୋଟରୋଗରୁମୋହିନ୍ଉବାରାଉ |

 

ଯିଏଜୀବନକୁପ୍ରେମଆଣିଦେଇଥିଲା |

ତେଣୁଜଗପାଭାଇସୁୟାଶବ୍ରାଗ୍

 

ଛାୟାଯଶତେରାସାନସାରା |

ସ୍ୱୀକୃତିବାଲାନ୍ସସମ୍ବୁନାହିନ୍ପାରା |

 

ଗୋବିନ୍ଦନିଶାଦିନ୍ଶରଣତିହାରୀ |

କରୂପୁରାଣଆମରଅଭିଲାଶ |

 

॥ଦୋହା॥

ମହାଲକ୍ଷ୍ମୀଚଲିସା,

 | ଶୁଣ |

 

ମୂଁପାଇଗଲି

ଏବେବେଦକୁଗାବୋଲିକୁହ |

CHALISA IN PUNJABI

॥ਦੋਹਾ॥

ਜੈਜੈਸ਼੍ਰੀਮਹਾਲਕਸ਼ਮੀ,

ਮੈਨੂੰਅਭਿਆਸਕਰਨਾਚਾਹੀਦਾਹੈ

 

ਕਿਰਪਾਕਰਕੇਇਹਸਾਬਤਕਰੋ,

ਪਿਆਰਾਬੱਚਾਮੁੰਡਾ

 

॥ਚੌਪਾਈ॥

ਨਮੋਮਹਾਲਕਸ਼ਮੀਜੈਮਾਤਾ।

ਤੇਰਾਨਾਮਜਗਤਪ੍ਰਸਿੱਧੀ

 

ਆਦੀਸ਼ਕਤੀਨੂੰਪੂਰਾਕੀਤਾਜਾਸਕਦਾਹੈ.

ਸਾਰੇਮਰਦਬਾਂਦਰਾਂਦੀਪੂਜਾਕੀਤੀ

 

ਜਗਤਪਾਲਿਨੀਸਾਰੇਅਨੰਦਕਾਰਜਕਰਨਲਈ.

ਮੁਫਤਜਨਤਕਹਿੱਤਭੰਡਾਰਨ

 

ਚਿੱਟੇਕਮਲਦੀਪਾਰਟੀਉੱਤੇਆਸਣ.

ਸਾਥੀਪਦਮਸਨਸੁਸ਼ੋਭਿਤਹੈ

 

ਸ਼ਵੇਤਾਮਬਰਅਰੂਸ਼ਵੇਤਾਭੂਸ਼ਣ।

ਚਿੱਟੇਚਿੱਟੇਰੰਗਦੇਫੁੱਲ

 

ਸ਼ੀਸ਼ਛਤ੍ਰਅਤਿਰੂਪਵਿਸ਼ਾ।

ਗਾਲਸੋਹੇਮੁਕਟਨਕੀਮਾਲਾ॥

 

ਖੂਬਸੂਰਤਸੋਹਖ਼ਰਾਬਕੇਸ਼ਾ।

ਵਿਮਲਨਯਨਅਰੁਅਨੁਪਮਭਪੇਸ਼॥

 

ਕਮਲਾਨਲਇਕੁਤਰੁਰਚਨਾਤਮਕ।

ਸੂਰਜਬਿਨਾਸਹਾਇਤਾਪ੍ਰਾਪਤਕ੍ਰਿਪਾਕਰਤਾ॥

 

ਅਚਰਜਛਤਮਾਤਤਵਬਾਣੀ

ਪੂਰੀਦੁਨੀਆ

 

ਸ਼ਾਂਤਿਸਾਭਾਮ੍ਰਿਦੁਲਤਵਭਵਾਨੀ।

ਕੁੱਲਸੰਸਾਰਖੁਸ਼ਹੋਣਾਚਾਹੀਦਾਹੈ

 

ਮੁਬਾਰਕਹੋਵੇਮਹਾਲਕਸ਼ਮੀ।

ਬ੍ਰਹਿਮੰਡਨੂੰਪੰਜਤੱਤਾਂਵਿਚਬਣਾਇਆ

 

ਤੁਸੀਂਇਕਜੀਵਿਤਜੀਵਪੈਦਾਕੀਤਾਹੈ.

ਪਸ਼ੂਪੰਛੀਨਰਅਤੇਮਾਦਾਬਣਾਉਂਦੇਹਨ.

 

ਰੁੱਖਾਂਦੀਖਰਾਬਹੋਈਸੰਖਿਆਨੂੰਇਕੱਠਾਕਰੋ.

ਮਿੱਠੇਫਲਦੇਫੁੱਲਪੀਤੇਸੁ

 

ਚਿੱਤਰਵਿਲੋਕਸੁਰਮਨੀਨਾਰਨਾਰੀ.

ਹਮੇਸ਼ਾਂਜੈਜੈਜੈਦੀਅਰਦਾਸਕਰੋ

 

ਸੁਰਪਤੀਅਤੇਨਰਪਤਸਭਮਹੱਤਵਪੂਰਨਹਨ.

ਸ਼ੀਸ਼ਨਵਾਂਵਾਨਤੁਹਾਡੇਸਾਹਮਣੇ

 

ਚਾਰੁਵੇਦਾਨਨੇਫਿਰਯਸ਼ਗਾਇਆ।

ਪਰਤਾਪਪਾਰਨਹੀਂਹੋਸਕਿਆ

 

ਜਾਰਕਰਹੁਮਤੁਤੁਮਦਇਆ॥

ਸੋਈਜਗਵਿਚਮੁਬਾਰਕਹੈ

 

ਇਸਸਮੇਂਰਜਾਹੀਰੈਂਕਬਣਾਓ.

ਬਿਮਲਨੂੰਰਿਮਲਰਾਓਨਾਲਿਆਓ.

 

ਜਿਨਘਰਕਰਹੁਮਤਤੁਬਾਸਾ॥

ਉਸਦੀਪ੍ਰਸਿੱਧੀਵਿਸ਼ਵਪ੍ਰਕਾਸ਼ਕਹੋਵੇ.

 

ਜੋਅਨੇਕਾਂਮੌਜਾਂਦਾਸਿਮਰਨਕਰਦਾਹੈ।

ਤੁਸੀਂਦੁੱਖਤੋਂਮੁੜੇਹੋ

 

ਮਹਲਕ੍ਸ਼੍ਮੀਜਨਸੁਖਦੈ।

ਤੁਹਾਡਾਧੰਨਵਾਦ

 

ਨਿੱਜੀਗਿਆਨਨੂੰਅਪਣਾਓਨਾ.

ਸੁੱਖਤੇਦੁੱਖਦੁੱਖਦਿਓ॥

 

ॐਸ੍ਰੀ-ਸ੍ਰੀਜਯਸੁੱਖੀਖਣੀ।

ਰਿਧਿਸਿਧਦੇਉਮਾਤਜੰਜਨੀ॥

 

ਸਾਰੀਆਂਸਮੱਸਿਆਵਾਂਉਥੇਹਨ.

ਜਾਨੋਨੇਵਿਮਲਦਰਸ਼ਕ॥

 

-ਕਲੀਨ- ਲੀਕਲੀਨਦੁਸ਼ਮਣਹੈ

ਲੋਕਹਿੱਤਮਾਂਅਭੈਵਰਦੀਜਾਈ

 

ॐਜਯਜਾਯਤਿਜਯਜਾਨਿ।

ਸਕਲਕਾਰਜਭਗਤਦੇਸਰਨਾ॥

 

ਓਮਨਮੋ-ਨਮੋਭਾਵਨੀਧੀਤਾਰਿਣੀ।

ਤਰਨੀਘੁੰਮਣਪਾਰ

 

ਸੁਨਹੁਮਾਂ, ਇਹਸਾਡੀਬੇਨਤੀਹੈ

ਪੁਰਹੁਅਸਾਂਕਰਹੁਅਬਾਰੀ॥

 

ਨਾਖੁਸ਼ਦੇਣਦਾਰਜਿਹੜਾਤੁਹਾਡੀਦੇਖਭਾਲਕਰਦਾਹੈ.

ਇਸਲਈਜੀਵਜਾਇਦਾਦਨੂੰਖੁਸ਼ਕਰਦਾਹੈ

 

ਕੋਈਵੀਜਿਹੜਾਬਿਮਾਰੀਨਾਲਗ੍ਰਸਤਹੈ, ਅਭਿਆਸਕਰਦਾਹੈ.

ਤਾਕੀਨਿਰਮਲਕਾਇਆਹੋਇ॥

 

ਵਿਸ਼ਨੂੰਪ੍ਰਿਆਜੈ-ਜੈਮਹਾਰਾਣੀ।

ਵਡਿਆਈਅਮਿਤਨਜਾਇਬਖਾਨੀ॥

 

ਬੇਟਾਰਹਿਣਾਜੋਸਿਮਰਦਾਹੈ।

ਪਾਈਸੁਤਅਤਿਹੀਹੁਲਸਵੈ॥

 

ਟ੍ਰੈਟਰਾਈਸ਼ਰਨਾਰਥੀਤੁਹਾਡਾਹੈ.

ਹੇਪਿਆਰੇ, ਹੁਣਕੋਈਦੇਰੀਨਹੀਂਹੋਈ.

 

ਮੈਟ੍ਰਿਕਸਵਿੱਚਦੇਰੀਨਹੀਂਹੋਈ.

ਹਿਰਦਨਿਵਾਸਭਗਤਬਾਰਡਿਜਾਇ॥

 

 

ਜਾਨੁਜਪਣਾਸਿਮਰਨਦੀਭਾਵਨਾਨਹੀਂਹੈ.

ਜੰਗਲਦੇਜੰਗਲਨੂੰਪਾਰਕਰੋ

 

ਜੰਡਵਾਇਸਨੂੰਬਾਰਬਾਰਕਰਦੇਹਨ.

ਉਮੀਦਹੈਹੁਣਪੂਰਾਕਰੋ, ਮੋਰੀ॥.

 

ਜਾਨਿਦਾਸਮਮਸੰਕਟਤਰੌ॥

ਮੋਹਿਨਉਬਾਰਾਉਘੋਰਰੋਗਤੋਂ

 

ਜਿਸਨੇਜ਼ਿੰਦਗੀਵਿੱਚਪਿਆਰਲਿਆਇਆ

ਸੋਜਗਪਾਵੈਸੁਯਸ਼ਬ੍ਰਗ

 

ਛਾਇਆਯਸ਼ਤੇਰਾਸੰਸਾਰਾ

ਪ੍ਰਾਪਤੀਸੰਤੁਲਨਸੰਭੁਨਪਾਰਾ

 

ਗੋਵਿੰਦਨਿਸ਼ਾਦੀਨਸ਼ਰਨਤਿਹਾਰੀ।

ਕਰਹੁਪੂਰਨਅਭਿਲਾਸ਼ਸਾਡੀ

 

॥ਦੋਹਾ॥

ਮਹਲਕਸ਼ਮੀਚਾਲੀਸਾ,

ਪੜ੍ਹੋ, ਸੁਣੋ.

 

ਮੈਂਸਮਝਗਿਆ

ਹੁਣਵੇਦਨੂੰਗਕਹਿਲਓ

CHALISA IN SANSKRIT

Sanskrit and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN SANTALI

Santali and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN SINDHI

Sindhi and Hindi languages are both written using the same script called ‘Devanagari’ . We recommend you to read the original Hindi version of Chalisa written in Awadhi dialect. 

 

॥ दोहा ॥

जय जय श्री महालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान
सिद्ध काज मम किजिये निज शिशु सेवक जान

॥ चौपाई ॥

नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता
आदि शक्ति हो माता भवानी, पूजत सब नर मुनि ज्ञानी

जगत पालिनी सब सुख करनी, निज जनहित भण्डारण भरनी
श्वेत कमल दल पर तव आसन, मात सुशोभित है पद्मासन

श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन
शीश छत्र अति रूप विशाला, गल सोहे मुक्तन की माला

सुंदर सोहे कुंचित केशा, विमल नयन अरु अनुपम भेषा
कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी

अद्भूत छटा मात तव बानी, सकल विश्व की हो सुखखानी
शांतिस्वभाव मृदुलतव भवानी, सकल विश्व की हो सुखखानी

महालक्ष्मी धन्य हो माई, पंच तत्व में सृष्टि रचाई
जीव चराचर तुम उपजाये, पशु पक्षी नर नारी बनाये

क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए, अमित रंग फल फूल सुहाए
छवि विलोक सुरमुनि नर नारी, करे सदा तव जय जय कारी

सुरपति और नरपति सब ध्यावें, तेरे सम्मुख शीश नवायें
चारहु वेदन तब यश गाये, महिमा अगम पार नहीं पाये

जापर करहु मात तुम दाया, सोइ जग में धन्य कहाया
पल में राजाहि रंक बनाओ, रंक राव कर बिमल न लाओ

जिन घर करहुं मात तुम बासा, उनका यश हो विश्व प्रकाशा
जो ध्यावै से बहु सुख पावै, विमुख रहे जो दुख उठावै

महालक्ष्मी जन सुख दाई, ध्याऊं तुमको शीश नवाई
निज जन जानी मोहीं अपनाओ, सुख संपत्ति दे दुख नशाओ

ॐ श्री श्री जयसुखकी खानी, रिद्धि सिद्धि देउ मात जनजानी
ॐ ह्रीं- ॐ ह्रीं सब व्याधिहटाओ, जनउर विमल दृष्टिदर्शाओ

ॐ क्लीं- ॐ क्लीं शत्रु क्षय कीजै, जनहीत मात अभय वर दीजै
ॐ जयजयति जय जयजननी, सकल काज भक्तन के करनी

ॐ नमो-नमो भवनिधि तारणी, तरणि भंवर से पार उतारिनी
सुनहु मात यह विनय हमारी, पुरवहु आस करहु अबारी

ऋणी दुखी जो तुमको ध्यावै, सो प्राणी सुख संपत्ति पावै
रोग ग्रसित जो ध्यावै कोई, ताकि निर्मल काया होई

विष्णु प्रिया जय जय महारानी, महिमा अमित ना जाय बखानी
पुत्रहीन जो ध्यान लगावै, पाये सुत अतिहि हुलसावै

त्राहि त्राहि शरणागत तेरी, करहु मात अब नेक न देरी
आवहु मात विलंब ना कीजै, हृदय निवास भक्त वर दीजै

जानूं जप तप का नहीं भेवा, पार करो अब भवनिधि वन खेवा
विनवों बार बार कर जोरी, पुरण आशा करहु अब मोरी

जानी दास मम संकट टारौ, सकल व्याधि से मोहिं उबारो
जो तव सुरति रहै लव लाई, सो जग पावै सुयश बढ़ाई

छायो यश तेरा संसारा, पावत शेष शम्भु नहिं पारा
कमल निशदिन शरण तिहारि, करहु पूरण अभिलाष हमारी

॥ दोहा ॥

महालक्ष्मी चालीसा पढ़ै सुने चित्त लाय
ताहि पदारथ मिलै अब कहै वेद यश गाय

॥ इति श्री महालक्ष्मी चालीसा समाप्त ॥

CHALISA IN TAMIL

॥தோஹ॥

ஜெய்ஜெய்ஸ்ரீமகாலட்சுமி,

நான்தியானம்செய்யவேண்டும்

 

தயவுசெய்துஅதைநிரூபிக்கவும்,

அன்புள்ளஆண்குழந்தை

 

॥கட்டு॥

நமோமகாலட்சுமிஜெய்மாதா.

தேராநாம்ஜகத்புகழ்

 

ஆதிசக்திமீறப்படட்டும்.

அனைத்துஆண்குரங்குகளையும்வணங்கினார்கள்

 

அனைத்துஇன்பங்களையும்செய்யஜகத்பாலினி.

இலவசபொதுநலன்கிடங்கு

 

வெள்ளைதாமரைவிருந்தில்தோரணை.

துணையைபத்மசன்அலங்கரிக்கிறார்

 

ஸ்வேதாம்பர்அருஸ்வேதாபூஷண்.

வெள்ளைவெள்ளைபொருத்தப்பட்டபூக்கள்

 

ஷீஷ்சத்ராஅதிரூப்விஷாலா.

கால்சோஹேமுக்தன்கிமாலா

 

அழகானசோஹேதீங்கிழைக்கும்கேஷா.

விமல்நயன்அருஅனுபம்பாபேஷ்

 

கமலனல்சமநிலைடெக்டோனிக்.

சன்ர்உதவிபெறாதமகிழ்ச்சி

 

அற்புதமானசாட்மாட்தவ்பானி

உலகம்முழுவதும்

 

சாந்திசபவ்மிருதுலதவாபவானி.

மொத்தஉலகம்மகிழ்ச்சியாகஇருக்கவேண்டும்

 

மகாலட்சுமிஆசீர்வதிக்கப்படுவார்.

ஐந்துகூறுகளில்பிரபஞ்சத்தைஉருவாக்கியது

 

நீங்கள்ஒருஉயிரினத்தைவளர்த்துள்ளீர்கள்.

விலங்குபறவைகள்ஆணையும்பெண்ணையும்உருவாக்குகின்றன.

 

சேதமடைந்தமரங்களின்எண்ணிக்கையைகுவிக்கவும்.

இனிப்புபழபூக்கள்குடித்தன

 

படம்வில்லோக்சுர்முனிநாரனாரி.

எப்போதும்ஜெய்ஜெய்ஜெய்பிரார்த்தனை

 

சுர்பதி, நர்பத்அனைத்தும்முக்கியமானவை.

உங்கள்முன்ஷீஷ்நவவன்

 

சாருவேதன்பின்னர்யஷ்பாடினார்.

மகிமையைத்தாண்டிஅடையமுடியவில்லை

 

ஜார்கர்ஹுமாத்துடம்தியா

சோய்ஜாகில்பாக்கியம்

 

இந்தநேரத்தில்ராஜாஹிரங்காவைஉருவாக்குங்கள்.

ரிமல்ராவைபிமலுக்குகொண்டுவரவேண்டாம்.

 

ஜின்கர்கர்ஹுமாடட்டம்பாசா.

அவரதுபுகழ்உலகவெளியீட்டாளராகஇருக்கட்டும்.

 

பலஇன்பங்களைத்தியானிப்பவர்.

நீங்கள்துயரத்திலிருந்துவிலகிவிட்டீர்கள்

 

மகாலட்சுமிஜான்சுக்டேய்.

நன்றி

 

தனிப்பட்டஅறிவைப்பின்பற்றவேண்டாம்.

மகிழ்ச்சியையும்துக்கத்தையும்கொடுங்கள்

 

Riஸ்ரீ-ஸ்ரீஜெயசுகிகானி.

ரித்திசித்தேவ்மாட்ஜஞ்சனி

 

எல்லாபிரச்சினைகளும்உள்ளன.

ஜானோன்விமல்பார்வையாளர்கள்

 

கிளினிக்எதிரி

பொதுநலன்தாய்அபய்வர்தைஜாய்

 

ॐஜெயஜயதிஜெயஜனானி.

மொத்தவேலைபக்தரின்சரணாக்கள்

 

ஓம்நமோ-நமோபாவ்னிதிதரினி.

தர்னிசுழல்கடத்தல்

 

சுன்ஹுஅம்மா, இதுஎங்கள்வேண்டுகோள்

பூர்வ்ஆஷன்கராஹுஅபாரி॥

 

உங்களைப்பராமரிக்கும்மகிழ்ச்சியற்றகடனாளி.

எனவே, உயிரினம்சொத்தைமகிழ்விக்கிறது

 

நோயால்பாதிக்கப்பட்டஎவரும்தியானம்செய்கிறார்கள்.

டாக்கிநிர்மல்கயாஹோய்

 

விஷ்ணுபிரியாஜெய்-ஜெய்மகாராணி.

மகிமைஅமித்நாஜெயேபகானி

 

தியானிக்கும்மகன்இல்லாதவர்.

பைசுத்அதிஹிஹல்சவாய்

 

டிராய்ட்ரேஅகதிஉங்களுடையது.

ஓஅன்பே, இப்போதுதாமதம்இல்லை.

 

அணிதாமதமாகவில்லை.

ஹிருதேநிவாஸ்பக்தர்பார்டிஜாய்

 

ஜானுகோஷமிடுவதுதியானத்தின்உணர்வுஅல்ல.

வனக்காட்டைக்கடக்கவும்

 

ஜந்தவர்கள்அதைமீண்டும்மீண்டும்செய்கிறார்கள்.

இப்போதுநிறைவேறும்என்றுநம்புகிறேன், மோரி॥.

 

ஜானிதாஸ்மாம்சங்கத்தராவ்.

மொத்தநோயிலிருந்துமோஹின்உபாராவ்

 

அன்பைஉயிர்ப்பித்தவர்

எனவேஜக்பவாய்சுயாஷ்தற்பெருமை

 

சாயயஷ்தேராசன்சாரா

ஒப்புதல்இருப்புசம்புநஹின்பாரா

 

கோவிந்த்நிஷாதீன்ஷரன்திஹாரி.

கர்ஹுபுரான்அபிலாஷ்எங்கள்

 

॥தோஹ॥

மஹாலட்சுமிசாலிசா,

படியுங்கள், கேளுங்கள்.

 

 

எனக்குகிடைத்துவிட்டது

இப்போதுவேதத்தைமாடுஎன்றுசொல்லுங்கள்

CHALISA IN TELUGU

॥దోహా॥

జైజైశ్రీమహాలక్ష్మి,

నేనుధ్యానంగురించిధ్యానంచేయాలా

 

దయచేసినిరూపించండి,

ప్రియమైనమగపిల్లవాడు

 

॥బౌండ్॥

నమోమహాలక్ష్మిజైమాతా.

తేరానామ్జగత్ఫేమ్

 

ఆదిశక్తినిఅధిగమించవచ్చు.

మగకోతులందరినీఆరాధించారు

 

జగత్పాలినిఅన్నిఆనందాలనుచేయటానికి.

ఉచితప్రజాప్రయోజనగిడ్డంగి

 

తెలుపుతామరపార్టీపైభంగిమ.

సహచరుడుపద్మాసన్‌నుఅలంకరించాడు

 

శ్వేతాంబర్అరుశ్వేతాభూషణ్.

తెలుపుతెలుపుఅమర్చినపువ్వులు

 

షీష్ఛత్రఅతిరూప్విశాలా.

గాల్సోహెముక్తాన్కిమాలా

 

అందమైనసోహేహానికరమైనకేశ.

విమల్నయన్అరుఅనుపమ్భపేష్

 

కమలనల్ఈక్విలేటరల్టెక్టోనిక్.

సన్అన్‌ఎయిడెడ్ప్లెజర్

 

అద్భుతంచాట్మాట్తవ్బని

మొత్తంప్రపంచంలో

 

శాంతిసభవ్మృదులతభవానీ.

స్థూలప్రపంచంసంతోషంగాఉండాలి

 

మహాలక్ష్మిధన్యులు.

ఐదుమూలకాలలోవిశ్వాన్నిసృష్టించింది

 

మీరుఒకజీవినిపెంచారు.

జంతుపక్షులుమగ, ఆడపిల్లలనుచేస్తాయి.

 

దెబ్బతిన్నచెట్లసంఖ్యనుకూడబెట్టుకోండి.

తీపిపండ్లపువ్వులుతాగాయి

 

చిత్రంవిల్లోక్సుర్ముణినారనారి.

జైజైజైనిఎప్పుడూప్రార్థించండి

 

సుర్పతి, నార్పత్అన్నీముఖ్యమైనవి.

మీముందుషీష్నవాన్

 

చారువేదన్అప్పుడుయష్పాడాడు.

కీర్తినిమించిచేరుకోలేదు

 

జార్కర్హుమాటుతుమ్దియా

సోయిజగ్లోబ్లెస్డ్సామెత

 

ప్రస్తుతానికిరాజాహిరాంకాచేయండి.

రిమల్రావునుబిమల్‌కుతీసుకురావద్దు.

 

జిన్ఘర్కర్హుమాటాటంబాసా.

అతనికీర్తిప్రపంచప్రచురణకర్తగాఉండనివ్వండి.

 

ఎవరుచాలాఆనందాలనుధ్యానిస్తారు.

మీరుకష్టాలనుండిదూరమయ్యారు

 

మహాలక్ష్మిజాన్సుఖ్దాయ్.

ధన్యవాదాలు

 

వ్యక్తిగతజ్ఞానాన్నిఅవలంబించవద్దు.

ఆనందంమరియుదుorrowఖాన్నిఇవ్వండి

 

Riశ్రీ-శ్రీజయసుఖిఖని.

రిద్ధిసిద్ధ్దేయుమాట్జంజని

 

అన్నిసమస్యలుఉన్నాయి.

జనౌన్విమల్వీక్షకులు

 

-క్లిన్- लीక్లినిక్శత్రువు

ప్రజాప్రయోజనతల్లిఅభయ్వర్దిజై

 

ॐజయజయతిజయజని.

స్థూలపనిభక్తుడిశరణాలు

 

ఓంనామో-నామోభావ్నిధితారిని.

తార్నిసుడిక్రాసింగ్

 

సున్హుతల్లి, ఇదిమావిజ్ఞప్తి

పూర్వుఆషన్కరాహుఅబారి ​​॥

 

మీకోసంపట్టించుకునేసంతోషకరమైనరుణగ్రహీత.

అందువల్ల, జీవిఆస్తినిఆనందపరుస్తుంది

 

వ్యాధితోబాధపడేఎవరైనాధ్యానంచేస్తారు.

టాకీనిర్మల్కయాహోయి

 

విష్ణుప్రియజై-జైమహారాణి.

కీర్తిఅమిత్నాజయేబఖానీ

 

ధ్యానంచేసేకుమారుడు.

పైసుత్అతిహిహల్సవై

 

ట్రాయ్ట్రాయ్శరణార్థిమీదే.

ఓప్రియమైన, ఇప్పుడుఆలస్యంలేదు.

 

మాతృకఆలస్యంకాదు.

హృదయనివాస్భక్తుడుబార్డిజై

 

జానుజపించడంధ్యానంయొక్కసెంటిమెంట్కాదు.

అటవీఅడవినిదాటండి

 

జండవులుదీన్నిమళ్లీమళ్లీచేస్తారు.

మోరి

ఇప్పుడునెరవేరుతుందనిఆశిస్తున్నాను.

 

జానిదాస్మామ్సంకత్తారావు.

స్థూలవ్యాధినుండిమోహిన్ఉబారౌ

 

ప్రేమకుప్రాణంపోసినది

కాబట్టిజగ్పావైసుయాష్బ్రాగ్

 

ఛాయయష్తేరాసంసారం

రసీదుబ్యాలెన్స్సంబునహీన్పారా

 

గోవింద్నిషాదిన్శరణ్తిహారీ.

కర్హుపురాన్అభిలాష్మా

 

॥దోహా॥

మహాలక్ష్మిచలిసా,

చదవండి, వినండి.

 

నాకుఅదిఅర్థమైంది

ఇప్పుడువేదాన్నిఆవుగాచెప్పండి

CHALISA IN URDU

॥دوحہ۔

جئےجئےشریمہالکشمی،

کیامجھےمراقبہپرغورکرناچاہئے؟

 

براہکرمثابتکریں،

پیارےبیبیلڑکے

 

॥پابند॥

نمومہالکشمیجئےماتا۔

تیرانامجگتشہرت

 

اڈیطاقتسبسےآگےنکلجائے۔

تماممردبندروںکیعبادتکی

 

جگتپالینیسارےلذتیںکرنےکےلئے۔

مفتمفادعامہگودام

 

سفیدکملپارٹیپرکرنسی.

میٹپیڈمسنکیزینتہے

 

شیتیمبراروشکیٹابھوشن۔

سفیدسفیدفرنٹفلورٹس۔

 

شیشچھتراتیروپویشالا۔

گالسوھےمکتنکیمالا۔

 

خوبصورتسوہےبدنیتیکاکیشا۔

وملنیاناروانوپمبھاپش۔

 

کمانالالباہمیٹیکٹونک۔

سنرغیرمددگزار۔

 

زبردستچھٹماٹتوبنی

پوریدنیا

 

شانتیسبھامرڈولتاوابھاوانی۔

مجموعیدنیاخوشرہنیچاہئے

 

مبارکہومہالکشمی۔

کائناتکوپانچعناصرمیںتخلیقکیا

 

آپنےایکجاندارپیداکیاہے۔

جانورپرندےنراورمادہبناتےہیں۔

 

درختوںکیتباہشدہتعدادکواکٹھاکریں۔

میٹھےپھلوںکےپھولپیا

 

تصویریوللوکسورمونینارانی۔

ہمیشہجئےجئےجئےسےدعاکریں

 

سراپتی ​​اورنارپتسباہمہیں۔

شیشنواونآپکےسامنے

 

چاروویدننےپھریشکوگایا۔

عمااسسےآگےنہیںپہنچاتھا

 

جارکرہومطوتمدیا

سوئیجگمیںمبارککہاوت

 

اسوقتراجاہیرنکابنائیں۔

رملراؤکوبملنہلائیں۔

 

جنگھرکرہوماٹیمباسا۔

اسکیشہرتعالمیناشرہو۔

 

جوبہتساریخوشیوںپرغورکرتاہے۔

آپمصائبسےدورہوگئےہیں

 

مہالکشمیجانسکھدائی۔

شکریہ

 

ذاتیعلمکواپنانانہیںہے۔

خوشیاورغمکاغمدو۔

 

ॐسری-سریجیاسوکیخانی۔

ردھیسدھدیوماٹجنجانی

 

تمامپریشانیوہیںہیں۔

جانونوملناظرین۔

 

-کلن- کلیندشمنہے

مفادعامہوالدہابھےوردیجائی

 

ॐجیاجایتیجیاجانی۔

مجموعیکامعقیدتمندکےسارناس۔

 

اومنمو-ناموبھونیدھیترین۔

ترنیبںورعبور

 

 

سنھوماں،یہہماریالتجاہے

پورھوآشاںکرہواباری॥

 

ناخوشمقروضجوآپکاخیالرکھتاہے۔

لہذا،مخلوقجائیدادکوخوشکرتیہے

 

جوبھیبیماریمیںمبتلاہے،غورکرتاہے۔

تکینرملکیاہوئی۔

 

وشنوپریاجئے-جئےمہارانی۔

تسبیحامیتناجاےبکانی۔

 

بیٹابیٹاجوغورکرتاہے۔

پائیسوتاٹیہیہلسوئی

 

ٹریٹریمہاجرآپکاہے۔

اےعزیز،ابکوئیتاخیرنہیںہے۔

 

میٹرکسمیںتاخیرنہیںہوئیہے۔

دلنواسعقیدتمندباردجائی

 

جانوکانعرہلگانامراقبہکاجذبہنہیںہے۔

جنگلکےجنگلکوپارکریں

 

جندواسباربارکرتےہیں۔

ابپوریہونےکیامید،موری॥

 

جانیداسمامسنکٹتارو۔

موہنبیماریسے

 

جسنےزندگیکوپیاربخشا

توجگپائیسویاشگھمنڈ

 

چھایایشتیراسنسارہ

اعترافبیلنسسمبھونہیںپارہ

 

گووندنشادینشرنتہاری۔

کارھوپورنابیلاشھمارا

 

॥دوحہ۔

مہالکشمیچالیسہ،

پڑھو،سنو۔

 

میںسمجھگیا

ابویدکوگائےکہتےہیں

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